हम अक्सर सफ़र के दौरान या माउथ फ्रेशनर के रूप में चुइंगम खाते रहते हैं, क्या आप जानते हैं कि च्युइंग गम कैसे बनता है? जानिए आगे
पहले प्राकृतिक रबर (चिकल) का उपयोग होता था, अब अधिकतर कृत्रिम रबर (ब्यूटाइल रबर) का प्रयोग होता है।
भट्टी में गम बेस को 115°C से 125°C तापमान पर पिघलाया जाता है, जिससे यह गाढ़ा तरल बन जाता है।
पिघले हुए गम बेस में चीनी, ग्लूकोज सिरप, सॉफ्टनर और फ्लेवर्स मिलाए जाते हैं।
मशीनों में इस मिश्रण को गूंथा जाता है, ताकि यह एक समान बने और च्युइंग गम का सही टेक्सचर मिले
मिश्रण को अच्छे तरीके से गुथनें के बाद उसको ठंडा कर के मनचाहे आकार (गोल, चौकोर) में काटा जाता है।
कुछ गम्स पर मीठी चीनी की कोटिंग चढ़ाई जाती है, जिससे वे और भी स्वादिष्ट लगें।
अब चेविन्गम पूरी तरह से तैयार है अब तैयार च्युइंग गम को पैकेट्स में पैक कर के मार्केट में भेजा जाता है।
पैकेजिंग
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Video: Giphy