सफर के दौरान उल्टी आना एक आम समस्या है, जिससे कई लोग परेशान रहते हैं। इसे मोशन सिकनेस कहा जाता है और इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण होते हैं।
जब आंखें स्थिर चीज़ें देखती हैं लेकिन कान गति को महसूस करते हैं, तो दिमाग भ्रमित हो जाता है, जिससे मतली और उल्टी की समस्या हो सकती है।
हमारे कान में एक संतुलन प्रणाली होती है, जो गति को नियंत्रित करती है। सफर के दौरान यह असंतुलित हो सकती है, जिससे चक्कर और उल्टी आ सकती है।
अगर सफर से पहले ज्यादा तैलीय और भारी भोजन कर लिया जाए, तो पेट पर दबाव बढ़ता है और पाचन सही से नहीं हो पाता, जिससे मतली महसूस हो सकती है।
गाड़ी में सफर के दौरान मोबाइल या किताब पढ़ने से आंखें स्थिर रहती हैं, लेकिन शरीर गति में होता है। इससे दिमाग कंफ्यूज हो सकता है और उल्टी की समस्या हो सकती है।
कुछ लोगों को जन्म से ही मोशन सिकनेस की समस्या होती है। यह समस्या अनुवांशिक हो सकती है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ती है।
अगर गाड़ी की खिड़कियां बंद हों और ताजी हवा का प्रवाह कम हो, तो ऑक्सीजन की कमी से घुटन और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है।
सफर से पहले हल्का और सुपाच्य भोजन करें। ज्यादा तला-भुना या भारी खाना खाने से पेट खराब हो सकता है और मतली बढ़ सकती है।
इमली, अदरक या नींबू चूसने से मोशन सिकनेस की समस्या कम हो सकती है। ये प्राकृतिक उपाय पेट को शांत रखते हैं और सफर आरामदायक बनाते हैं।
सफर के दौरान सामने दूर देखें, सिर को सीधा रखें और गहरी सांस लें। इससे दिमाग स्थिर रहेगा और सफर अधिक आरामदायक होगा।
इन आसान उपायों को अपनाकर आप सफर का आनंद लें सकते है, बिना किसी परेशानी के! ऐसे ही और पोस्ट पढने के लिए स्लाइड को ऊपर स्वाइप करें !
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